मैं समस्त युवक व युवतियों को यह बताना चाहता हूँ कि हमें सदैव आशा रखनी चाहिये तथा कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। आप सफलता केवल तभी प्राप्त कर सकते हैं जब आप इसके लिए अपना पसीना बहायें तथा पूरी लगन व परिश्रम के साथ कार्य पर जुट जायें। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि भारतीयों का दिमाग किसी ट्यूटमिक, नाॅर्डिक या अंग्रेज से किसी मायने में कम नहीं है। शायद हममें साहस व उस जीत की भावना की कमी है जो कि हमें सफलता दिला सकती है। हमें अपने आप में जीत की भावना को जगाना है, अपनी क्षमता को पहचानना है और लगन के साथ कार्य करना है तभी हम इस विश्व में अपनी सही जगह पर पहचाने जायेंगे।
अगर किसी भी प्रकार हम यह भावना पैदा कर लें तब हमें हमारा लक्ष्य मिलना सुनिश्चित है।